Menorrhagia

महिलाओं में मासिक धर्म अधिक आनाः कारण, लक्षण और उपचार (Menorrhagia: Excessive menstruation in women: causes, symptoms and treatment)

महिलाओं के लिए मासिक धर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो उनके स्वास्थ्य का प्रत्याक्ष प्रतीक है। लेकिन कई महिलाएं मासिक धर्म के समय अत्यधिक ब्लीडिंग के साथ सामना करती हैं, जिसे हम मेनोरेजिया के रूप में जानते हैं। यह एक सामान्य स्थिति हो सकती है, लेकिन अगर यह अत्यधिक होता है, तो यह गंभीर समस्या का कारण बन सकता है। आज हम इस ब्लॉग में Menorrhagia के बारे में विस्तृत में जानेंगे कि यह क्यों होता है इसके लक्षण और कारण क्या हैं तथा इसका उपचार कैसे होता है।

महिलाओं में मासिक धर्म क्यों होता हैः

महिलाओं में मासिक धर्म का होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो उनके शारीरिक स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मासिक धर्म का मुख्य कारण महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होता है, जो उनके ओवरीज़ (अंडाशय) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

प्रारंभिक उम्र में, युवा महिलाओं के अंडाशय में शरीर के विकास के साथ हार्मोन का उत्पादन होता है। यह हार्मोन उनके मासिक चक्र को प्रेरित करते हैं, जिससे उनके शरीर में मासिक धर्म की प्रक्रिया शुरू होती है।

प्रत्येक माह, यदि गर्भनिरोध का अनुपालन नहीं किया गया है और गर्भाशय में गर्भावस्था नहीं है, तो अंडाशय गर्भाशय के एक छोटे से पाइप (फैलोपियन ट्यूब) के माध्यम से एक अंडा छोड़ता है। इस प्रक्रिया के दौरान, गर्भाशय की दीवार में उत्तेजना होती है, जो अंडे के बाहर निकलने की प्रक्रिया को प्रेरित करती है। अगर गर्भाशय में गर्भावस्था नहीं होती है, तो गर्भाशय की दीवार निकाल दी जाती है, जिससे मासिक धर्म के रूप में रक्त का निर्वाह होता है।

इस प्रक्रिया के दौरान, यदि अंडा या गर्भाशय के अंदर कोई गर्भावस्था नहीं होती है, तो गर्भाशय की दीवार बर्फ की तरह पिघल जाती है, जिससे मासिक धर्म के रूप में रक्त का निर्वाह होता है। यदि गर्भाशय में गर्भावस्था होती है, तो इस प्रक्रिया को रोकने के लिए गर्भाशय की दीवार को उस गर्भावस्था के विकास के लिए बनाया जाता है।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म क्या हैः (Menorrhagia kya hai)

महिलाओं में “अधिक मासिक धर्म” को “मेनोरेगिया” कहा जाता है। मेनोरेगिया एक गर्भावस्था के दौरान, परिवार नियोजन के उपयोग, या हॉर्मोनल संतुलन में किसी असंतुलन के कारण अत्यधिक ब्लीडिंग की स्थिति होती है।

मेनोरेगिया के मुख्य लक्षणों में बहुत अधिक ब्लीडिंग, लंबे समय तक चलने वाली ब्लीडिंग, ब्लीडिंग का गहरा रंग, पेट में अधिक दर्द, चक्कर आना, उबाऊता, थकान, हेमोग्लोबिन की कमी, और शरीर में कमजोरी और थकावट शामिल होती है।

इस स्थिति में, महिला को हर मासिक धर्म के समय बहुत अधिक ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका जीवन काफी परेशानीपूर्ण हो सकता है। यह स्थिति उनकी रोजमर्रा की गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है और उन्हें अनुकूल और स्वस्थ जीवन का अनुभव करने में बाधा पहुंचा सकती है।

मेनोरेगिया का सही उपचार चिकित्सा पेशेवर के माध्यम से किया जा सकता है, जो सामान्यत: दवाओं, हार्मोनल थेरेपी, या चिकित्सा आवश्यक होने पर सर्जिकल इंग्रीडिएंट्स जैसे विभिन्न विकल्पों का उपयोग करके किया जाता है।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म (Menorrhagia) की समस्या के संकेत और लक्षण (Menorrhagia symptoms in hindi)

मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग के संकेत और लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • ब्लीडिंग की मात्रा बहुत अधिक होना, जिससे पैड्स या टैम्पन्स को बार-बार बदलने की आवश्यकता होती है।
  • लंबे समय तक चलने वाली ब्लीडिंग, जो एक सामान्य मासिक धर्म से अधिक होती है।
  • ब्लीडिंग का रंग गहरा होना, जो कभी-कभी काला या गहरा लाल हो सकता है।
  • पेट में अधिक दर्द या तीव्र क्रांति की अनुभूति होना।
  • चक्कर आना, उबाऊता, थकान और कमजोरी का अनुभव करना।
  • हेमोग्लोबिन की कमी के कारण ब्लीडिंग के बाद छोटी-छोटी बुखार का अनुभव होना।
  • अधिक ब्लीडिंग के कारण शरीर की कमजोरी और थकान बना रहना।
  • नियमित मासिक धर्म की अपेक्षा से अधिक या अनियमित ब्लीडिंग होना।

मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव के कारण

मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि:

  • हार्मोनल असंतुलन: हार्मोन्स के संतुलन में कोई असंतुलन होने पर, अधिक ब्लीडिंग का मामला हो सकता है। यह असंतुलन प्राकृतिक रूप से हो सकता है या फिर दवाओं के सेवन, गर्भावस्था, या अन्य कारणों से उत्पन्न हो सकता है।
  • गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को अत्यधिक ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है, जो कि सामान्य हो सकती है, लेकिन कभी-कभी यह एक संकेत भी हो सकता है कि कुछ गलत हो रहा है।
  • गर्भाशय की समस्याएँ: गर्भाशय से संबंधित समस्याएँ भी अत्यधिक ब्लीडिंग का कारण बन सकती हैं, जैसे कि गर्भाशय के अण्डाकार का बढ़ना, गर्भाशय के पोलिप्स, या गर्भाशय के कैंसर।
  • एनीमिया: एनीमिया भी अत्यधिक ब्लीडिंग का कारण बन सकता है, जिसमें शरीर में हेमोग्लोबिन की कमी होती है और यह ब्लीडिंग की अधिकता को बढ़ा सकती है।
  • प्रोटेस्टेज का उपयोग: कई महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियों या प्रोटेस्टेज का उपयोग करती हैं, जो कभी-कभी अत्यधिक ब्लीडिंग का कारण बन सकते हैं।
  • तनाव और चिंता: तनाव, चिंता और मानसिक दबाव भी मासिक धर्म के अत्यधिक आने का कारण बन सकते हैं।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म (Menorrhagia) में डायग्नोसिस

महिलाओं में “अधिक मासिक धर्म” (Menorrhagia) का डायग्नोसिस करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित प्रक्रियाएं अपना सकते हैं:

  • रोगाणु परीक्षण: यह समस्या का कारण जानने के लिए ब्लड टेस्ट या अन्य परीक्षणों के माध्यम से रोगाणुओं की परीक्षा की जाती है।
  • गर्भावस्था या प्रजनन विधि का इतिहास: डॉक्टर पूछेंगे कि क्या महिला गर्भावस्था के दौरान या बाद में हॉर्मोनल नियंत्रण या गर्भनिरोधक दवाओं का उपयोग कर रही थीं।
  • शारीरिक परीक्षण: शारीरिक जांच के दौरान, डॉक्टर पेट की स्थिति, गर्भाशय का आकार, और अन्य गर्भाशय संबंधी समस्याओं का मूल्यांकन करेंगे।
  • आकस्मिक प्रस्थान (Biopsy): यह अत्यधिक ब्लीडिंग के पीछे छिपे किसी गंभीर समस्या को खोजने के लिए किया जा सकता है।
  • गर्भाशय उल्ट्रासाउंड: गर्भाशय की स्थिति और समस्याओं को देखने के लिए उल्ट्रासाउंड परीक्षण किया जा सकता है।
  • हार्मोन टेस्ट: हार्मोनल असंतुलन की जांच के लिए हार्मोन टेस्ट किया जा सकता है।
  • मूत्र परीक्षण: मूत्र में अधिक ब्लीडिंग के संकेतों को देखने के लिए मूत्र परीक्षण किया जा सकता है।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म मेनोरेजिया (Menorrhagia) का इलाजः

मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग के लिए कई उपचार हैं, जैसे कि:

  • दवाओं का उपयोग: डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का उपयोग किया जाता है जो हार्मोनल संतुलन को सुधारने में मदद करते हैं और अत्यधिक ब्लीडिंग को नियंत्रित करते हैं।
  • हार्मोनल थेरेपी: यह इलाज महिलाओं को हार्मोन्स के संतुलन को सुधारने में मदद करता है, जिससे अत्यधिक ब्लीडिंग को कम किया जा सकता है।
  • शल्यचिकित्सा: कुछ मामलों में, शल्यचिकित्सा की आवश्यकता होती है, जैसे कि गर्भाशय के अवशेषों का संक्षेपण या हिस्टेरेस्कोपिक मांसपेशियों का निकालना।
  • गर्भनिरोधक उपकरण: अगर महिला अपने मासिक धर्म को नियंत्रित करने के लिए गर्भनिरोधक उपकरण का उपयोग कर रही है, तो डॉक्टर द्वारा सलाह दी जा सकती है।
  • सर्जरी: अधिक मासिक धर्म के संदर्भ में कुछ मामलों में, सर्जरी की आवश्यकता होती है। इसमें गर्भाशय के अवशेषों का संक्षेपण, गर्भाशय का पूरा निकालना (हिस्टेरेक्टोमी), या अन्य सर्जिकल प्रक्रियाएं शामिल हो सकती हैं।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म (मेनोरेगिया) का इलाज करने के लिए कुछ अंग्रेजी दवाएं निम्नलिखित हैं:

  • Tranexamic Acid: ट्रानेक्सेमिक एसिड अधिक ब्लीडिंग को कम करने में मदद कर सकता है।
  • Nonsteroidal Anti-Inflammatory Drugs (NSAIDs): NSAIDs जैसे कि ibuprofen और naproxen भी ब्लीडिंग को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  • Hormonal Birth Control: हार्मोनल गर्भनिरोधक दवाएं, जैसे कि birth control pills, hormonal IUDs, और hormonal injections, मासिक धर्म को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं।
  • Gonadotropin-Releasing Hormone Agonists (GnRH agonists): ये दवाएं हार्मोनल संतुलन को संशोधित करने में मदद कर सकती हैं, जिससे मासिक धर्म की अत्यधिकता कम हो सकती है।
  • Iron Supplements: अधिक ब्लीडिंग के कारण होने वाली आनेमिया को सुधारने के लिए आयरन सप्लीमेंट्स का सेवन किया जा सकता है।
  • Surgical Treatments: कुछ मामलों में, शल्य चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि endometrial ablation या हिस्टेरेक्टोमी।

अधिक मासिक धर्म का आयुर्दवेदिक इलाज (menorrhagia treatment in ayurveda in hindi)

अधिक मासिक धर्म का आयुर्वेदिक इलाज कई प्राकृतिक उपचारों और दवाओं का उपयोग करके किया जा सकता है। यहाँ कुछ आयुर्वेदिक उपचारों की सूची दी गई है:

  • अशोकारिष्ट: यह एक प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि है जो महिलाओं में अधिक मासिक धर्म का इलाज करने के लिए प्रयोग की जाती है। इसमें अशोक छाल का स्वरस और कई और जड़ी बूटियों का संयोजन होता है। यह गर्भाशय की समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है और मासिक धर्म को संतुलित करता है।
  • लोध्रासव: यह भी मासिक धर्म की अत्यधिकता को कम करने में सहायक हो सकता है। लोध्र और अन्य औषधीय वनस्पतियों से बनाया गया यह औषधि गर्भाशय की संरचना को सुधारने में मदद करता है और ब्लीडिंग को कम करता है।
  • चंद्रप्रभा वटी: यह आयुर्वेदिक दवा महिलाओं में अधिक मासिक धर्म को संतुलित करने में मदद कर सकती है। इसमें गुग्गुल, शंकपुष्पी, वच, और अन्य जड़ी-बूटियों का संयोजन होता है।
  • प्रवाल पिष्टी: यह उपाय भी अधिक मासिक धर्म की समस्या में लाभदायक साबित हो सकता है। इसे खाली पेट लेने के बाद दूध के साथ सेवन किया जाता है।

अधिक मासिक धर्म का घरेलू उपाय (Menorrhagia ka gharelu upay)

अधिक मासिक धर्म के लिए कुछ घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:

  • अदरक का रस: अदरक का रस गर्म पानी के साथ पीने से मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग कम हो सकती है।
  • पपीता: पपीते का रस पीने से भी ब्लीडिंग कम हो सकती है।
  • धनिया का सेवन: धनिये का सेवन भी मासिक धर्म को समय पर लाने में मदद कर सकता है।
  • मेथी के बीज: मेथी के बीज पानी में भिगोकर रात भर के लिए रखें, और सुबह चानकर उस पानी को पीने से मासिक धर्म की ब्लीडिंग में कमी हो सकती है।
  • हर्बल चाय: कई जड़ी-बूटियों से बनी चाय का सेवन करने से भी मासिक धर्म की समस्या में आराम मिल सकता है। जैसे कि अशोक, शतावरी, और अनार आदि।
  • अशोक चूर्ण: अशोक के पेड़ की छाल का चूर्ण बनाकर पानी के साथ लेने से भी मासिक धर्म की समस्या में लाभ हो सकता है।

अधिक मासिक धर्म मेनोरेजिया (Menorrhagia) के लिए योग और प्राणायामः

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म (मेनोरेगिया) में योग और प्राणायाम करना आरामदायक और लाभकारी हो सकता है। यहाँ कुछ योग और प्राणायाम बताये गये हैं, जिसे करने से आपको आराम मिल सकता हैः

  • भ्रामरी प्राणायाम: इस प्राणायाम में आपको नाक से सांस लेना है और आंख तथा कानों को बंद करके उच्च ध्वनि में भौंरे के जैसे गुंजारें। यह ध्वनि भ्रामरी कहलाती है। यह ध्वनि करने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है और तनाव कम होता है।
  • उज्जायी प्राणायाम: इस प्राणायाम में, सांस को समुद्र की ध्वनि के समान बनाया जाता है। यह श्वास को संयमित करने में मदद करता है और मानसिक तनाव को कम करता है।
  • शवासन: यह आरामदायक आसन है जो शरीर को आराम देता है और मानसिक चिंता को कम करता है।
  • पादहस्तासन: यह आसन पेट की मांसपेशियों को संयमित करने में मदद करता है और पेट के दर्द को कम करता है।
  • भ्रामरी प्राणायाम: यह ध्वनि के द्वारा श्वास को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, जिससे तनाव कम होता है और मन शांत होता है।
  • सुर्य नमस्कार: यह पूरे शरीर के लिए लाभकारी है और महिलाओं में हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद कर सकता है।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म मेनोरेजिया (Menorrhagia) के दौराण क्या खाएं क्या न खाएंः

खाने की सलाहें:

  • फल और सब्जियां: ताजा और सेजी फल और सब्जियां जैसे कि गाजर, ब्रोकोली, फल, और शाकाहारी पदार्थों का सेवन करें। ये आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेंगे।
  • अनाज: हेल्थी अनाज जैसे कि ब्राउन राइस, ओट्स, और दलिया का सेवन करें।
  • प्रोटीन: अंडे, मांस, मछली, और दाल का सेवन करें।
  • पर्याप्त पानी: रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

न खाएं:

  • तला हुआ और तली हुई चीजें: तला हुआ और तली हुई चीजों का सेवन कम करें, क्योंकि इसमें ज्यादा मसाले और तेल होता है जो पेट को अधिक बोझ डालता है।
  • शराब और कॉफी: अधिक शराब और कॉफी का सेवन न करें, क्योंकि ये अधिक ब्लीडिंग को बढ़ा सकते हैं।
  • तला हुआ और चटपटा खाना: तला हुआ और चटपटा खाना अधिक ब्लीडिंग को बढ़ा सकता है और पेट में अन्य तकलीफें पैदा कर सकता है।

Menorrhagia में सावधानियाँ और उपाय

मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ और उपाय अपनाएं:

  • तनाव कम करें: तनाव को कम करने के लिए ध्यानाभ्यास, प्राणायाम और योग जैसी तकनीकें अपनाएं।
  • सही आहार लें: सही आहार लेना महत्वपूर्ण है। हर्बल चाय, जैसे कि पार्सली, मेंथा, और स्थानीय फलों का सेवन करें। उचित पोषण से शरीर की कमजोरी दूर होती है।
  • नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करना शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है और मासिक धर्म को नियंत्रित रखने में मदद करता है। योग, वॉकिंग, या साइक्लिंग जैसे उपयुक्त व्यायाम करें।
  • समय पर चिकित्सा लें: यदि आपको मासिक धर्म के बारे में समस्या हो या ब्लीडिंग अत्यधिक हो, तो समय पर चिकित्सा लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। चिकित्सक से परामर्श करें और उनकी सलाह का पालन करें।

Menorrhagia के उपचार के बाद का समय

जब आप मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग का इलाज करवा लेते हैं, तो सही देखभाल और उपचार के बाद अधिकांश महिलाओं को लाभ मिलता है। उपचार के बाद, महिलाओं के शारीर में होने वाले बदलाव कुछ हफ्तों या महीनों में दिखाई देने लगते हैं। यह बदलाव निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. कम ब्लीडिंग: उपचार के बाद, अधिकांश महिलाओं को ब्लीडिंग में कमी महसूस होती है। यह ब्लीडिंग की मात्रा और अवधि में कमी का संकेत हो सकता है।
  2. सामान्य शारीरिक स्थिति: उपचार के बाद, महिलाओं की शारीरिक स्थिति में सुधार होता है। वे अधिक सक्रिय और स्वस्थ महसूस करती हैं।
  3. शारीरिक और मानसिक संतुलन: ब्लीडिंग की समस्या का समाधान करने के बाद, महिलाओं का शारीरिक और मानसिक संतुलन बढ़ता है। यह उन्हें अधिक स्थिरता और संतुलन प्रदान करता है।
  4. सामाजिक और परिवारिक जीवन: उपचार के बाद, महिलाओं का सामाजिक और परिवारिक जीवन में सुधार होता है। उन्हें अधिक सक्रियता मिलती है और वे अपने दैनिक गतिविधियों को पूरा करने में सक्षम होती हैं।

महिलाओं में अधिक मासिक धर्म (पीरियड) से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवालः (FAQs about Menorrhagia)

Q1: मासिक धर्म ज्यादा आने पर क्या करें?

A: अगर मासिक धर्म अत्यधिक हो रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें।

Q2: अगर मेरे पीरियड पर बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो जाए तो मुझे क्या करना चाहिए?

A: अगर बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।

Q3: मेनोरेजिया का मुख्य कारण क्या है?

A: मेनोरेजिया का मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन, गर्भाशय के रोग या गर्भाशय के अंदरी विकार हो सकते हैं।

Q4: पीरियड ज्यादा दिन तक आये तो क्या करे Medicine?

A: लंबे समय तक के पीरियड के लिए किसी भी दवा का सेवन पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

Q5: पीरियड में मांस के टुकड़े आना क्या होता है?

A: पीरियड में मांस के टुकड़े आना एक सामान्य प्रक्रिया है, इसमें कोई चिंता की बात नहीं है।

Q6: अगर मेरा पीरियड बहुत ज्यादा है तो मैं क्या कर सकती हूं?

A: अगर आपका पीरियड अत्यधिक है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपके लिए सही उपचार सुझा सकते हैं।

Q7: ब्लीडिंग कम करने के लिए क्या करना चाहिए?

A: ब्लीडिंग को कम करने के लिए आराम करें, ऊपर की ओर टिपटियाँ लगाएं, और अगर जरूरत पड़े तो डॉक्टर से सलाह लें।

Q8: ब्लीडिंग रोकने के लिए कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

A: ब्लीडिंग को रोकने के लिए किसी भी दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें। वे आपको सही दवा की सलाह देंगे।

Q9: ब्लीडिंग रोकने के लिए क्या खाना चाहिए?

A: ब्लीडिंग को रोकने के लिए आप हाइड्रेटेड रहें, विटामिन C और फॉलिक एसिड युक्त भोजन करें, और पुष्टिकर आहार लें।

Q10: पीरियड में धक्के क्यों आते हैं?

A: पीरियड में धक्के आने का मुख्य कारण हार्मोनल बदलाव होता है, जिससे खून के प्रवाह में बदलाव होता है।

Q11: पीरियड का खून चेहरे पर लगाने से क्या होता है?

A: पीरियड का खून चेहरे पर लगाने से आमतौर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है, लेकिन हाथों से धो लें ताकि इससे चेहरे पर कोई इर्रिटेशन न हो।

Q12: पीरियड में खून के थक्के आने का क्या मतलब है?

A: पीरियड में खून के थक्के आने का मतलब हो सकता है कि खून का प्रवाह धीमा है या आपका शरीर पीरियड की प्रक्रिया को समय पर संतुलित नहीं कर पा रहा है। इसे समय रहते डॉक्टर से सलाह लें।

समापन

मासिक धर्म की अत्यधिक ब्लीडिंग एक गंभीर समस्या हो सकती है जिसका इलाज जरूरी है। सही उपचार के साथ, आप इस समस्या का समाधान कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

By R YOU UPDATED ABOUT YOUR HEALTH

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